Question
हिन्दी साहित्य Question on गद्यांश
हालदार साहब के लिए कैप्टन सहानुभूति का पात्र था? इसे आप कितना उचित समझते हैं?
Answer
हालदार साहब जब कैप्टन को फेरी लगाते हुए देखते हैं तो उनके मुँह से अनायास निकल जाता है, तो बेचारे की अपनी दुकान भी नहीं है। वे चश्मेवाले की देशभक्ति के कारण उससे सहानुभूति रखते हैं। कैप्टन वास्तव में एक देशभक्त था, जो नेताजी की मूर्ति को बिना चश्मे के देख नहीं सकता था। पानवाले ने जब कैप्टन का मज़ाक उड़ाया, तो हालदार साहब को अच्छा नहीं लगा। हालदार साहब के लिए कैप्टन सहानुभूति का पात्र था|